*इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट गीडा गोरखपुर के 6 छात्र-छात्राओं ने फिजिकल डायनेमो जनरेटर चार्जिंग से चलने वाली दिवाली लाइट बनाया*
😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊
|
*इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट गीडा गोरखपुर के 6 छात्र-छात्राओं ने फिजिकल डायनेमो जनरेटर चार्जिंग से चलने वाली दिवाली लाइट बनाया*
गोरखपुर।इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट गीडा गोरखपुर के 6 छात्र शिवम् सिंह,सुमित त्रिपाठी, तबस्सुम शेख, अंजली शर्मा, यासीका सिंह,और हर्ष चतुर्वेदी, ने मिल कर फिजिकल डायनेमो जनरेटर चार्जिंग से चलने वाली दिवाली लाईट, बनाया हैं l छात्र शिवम् सिंह ने बताया इस तकनीकी सें दिवाली झालर में इतनी ऊर्जा स्टोर कर सकतें है की कई झालर बिना बिजली के पूरी रात जल सकतें है और हमलोगों ने मिलकर कई प्रकार के दीवाली लाइट्स बनाएँ हैं जो फिजिकल एनर्जी के साथ पानी से भी जल सकतें हैं । इन लाइट्स की खास बात है की ये पौधे के गमलों के पानी की मदद से जलेंगे जिससे हम प्रकृति की तरफ सबका ध्यान केंद्रित करके हरे भरे वातावरण का संदेश देते है l अब दिवाली के डेकोरेशन लाईट बिना बिजली के जलेंगे बस 10 मिनट आप को झालर के फ़ास्ट चार्जिंग फिजिकल डायनेमो जनरेटर को अपने हाथों सें घुमाइये या दबाइये उसके बाद 8 घंटे दिवाली के झालर लाईट बिना बिजली के जलेगा |इससे आप के हाथों के मांसपेशियों की एक्सरसाइज भी अच्छी और बेहतर होगा l छात्र सुमित त्रिपाठी ने बताया दीवाली लाईट झालर के साथ हमने इसमें यूवी लाईट का प्रयोग किया गया हैं जिससे लाइट मे लगे इलेक्ट्रिक नेट सें डेंगू मच्छर भी मरेंगे l छात्रा तबस्सुम शेख, ने बताया इस दिवाली हमने कई प्रकार के दिवाली लाईट तैयार किये है जिसे बिजली कनेक्शन की जरुरत नहीं पडती l कुछ दिवाली झालर ऐसे भी हैं जो बिना बिजली बिना सोलर एनर्जी के भी चार्ज हों कर जलते है l छात्रा अंजली शर्मा ने बताया, हमने इस दीवाली लाईट को एंटी डेंगू दिवाली डेकोरेशन झालर का नाम दिया हैं l छात्रा यासीका ने बताया वैसे तों इस वाटर झालर सें घर के अंदर या बाहर कहीं भी डेकोरेशन किया जा सकता हैं l लेकिन हमने इस वाटर झालर को विशेष रूपसे छोटे – बड़े पॉट गमले के लिये बनाया हैं l वाटर झालर में एक में वाटर सेंसर लगा है जो गमले में पानी डालने पर झालर के सेंसर को एक्टिवेट करता हैं l झालर में लगे सेंसर गमले के मिटी सें कनेक्ट होता हैं, वाटर झालर को गमले में लगाने के बाद जैसे आप अपने गमले में पानी डालेंगे आप के रंगबिरेंगे लाइट्स रोशनी के साथ जगमगाने लगेंगे जैसे गमले का पानी सुखेंगा झालर में लगे सेंसर ऑफ़ हों जाएँगे l सुमित ने बताया हमने इस दीवाली लाइट्स को लौ डी.सी. करंट का इस्तेमाल कर बनाया हैं l जिससे दीवाल झालर सें करंट का शॉक नहीं लगता और ये पूरी तरह सें शॉक प्रूफ और सुरक्षित हैं l छात्र हर्ष ने बताया इसे बनाने में 1 महीने का समय लगा और 350 रूपये में बन कर तैयार हुआ हैं l फिजिकल डायनेमो जनरेटर चार्जिंग लाईट, वाटर झालर को बनाने में, ट्रांजिस्टर, एलईडी लाइट, बटन सेल, वाटर सेंसर, कॉपर वायार, डायनमो 12 वोल्ट, 3.7 वोल्ट बैटरी इत्यादि उपकरणों का प्रयोग किया गया हैं |आईटीएम संस्थान के निदेशक डॉ एन के सिंह ने सभी छात्र छात्रों की प्रशंसा करते हुए भविष्य में ऐसे प्रोजेक्ट को बाजार में लाने के लिये संस्थान की तरफ सें छात्रों का हर संभव मदद करेगा lदिवाली के पर्व पर बाजार में चारों तरफ चाइनीज प्रोडक्ट देखनो को मिलते हैं l ऐसे में छात्रों द्वारा बनाया गया दिवाली झालर चाइनीज प्रोडक्ट को पीछे छोड़ देंगे l
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space