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*घुघली से महुअवा तक नई रेल लाइन के लिए कटेंगे 1253 पेड़*

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संवदाता अकाश कुमार गुप्ता
तहसील प्रभारी ,नौतनवा, लक्ष्मीपुर
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*घुघली से महुअवा तक नई रेल लाइन के लिए कटेंगे 1253 पेड़*

आनंदनगर-घुघली वाया महराजगंज नई रेल लाइन के लिए रूट के बीच आ रहे पेड़ों का भी सर्वे किया जा रहा है। घुघली से लेकर जिला मुख्यालय के समीप महुअवा तक रेलवे के सर्वे में कुल 1253 पेड़ नई रेल लाइन के रूट में आ रहे हैं। रेलवे ने इन पेड़ों के मूल्यांकन के लिए वन विभाग से लिखा-पढ़ी की है। वन विभाग रेलवे के साथ संयुक्त सर्वे के लिए वन क्षेत्राधिकारी को पत्र जारी करेगा। सर्वेक्षण के बाद पेड़ों का मूल्यांकन होगा। इसके बाद काटने वाले पेड़ों का मुआवजा कास्तकारों को दिया जाएगा।
पूर्वोत्तर रेलवे ने विशेष रेल परियोजना में शामिल आनंदनगर- घुघली वाया महराजगंज नई रेल के लिए कई प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। करीब 53 किमी लंबी इस नई रेल लाइन के निर्माण के बाद जिला मुख्यालय भी रेलवे नेटवर्क से जुड़ जाएगा। बिहार व बंगाल की तरफ से आने वाली रेलगाड़ियों को लिए एक वैकल्पिक रूट मिल जाएगा। बिहार से आने वाली ट्रेनें घुघली से महराजगंज-फरेंदा होते हुए गोंडा पहुंच जाएंगी। इससे गोरखपुर जंक्शन का भार कम हो जाएगा। रेलवे ने इस नई रेल लाइन के लिए अभी तक 1.63 अरब रुपया का मुआवजा भुगतान भूमि अधिग्रहण के बाद कर चुका है। नए लाइन के मध्य आने वाली एलटी व एचटी विद्युत लाइनों के शिफ्टिंग के लिए रेलवे ने विद्युत विभाग से पत्राचार किया29 गांवों में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी

अभी तक 29 गांवों में नई रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कराई जा चुकी है। मुआवजा वितरण का कार्य जारी है। घुघली की तरफ से महुअवा तक नए रेल लाइन की राह में कुल 1253 पेड़ आ रहे हैं। रेल परियोजना में बाधक इन पेड़ों को काटने के लिए रेलवे ने प्रक्रिया शुरू करा दिया है।

पेड़ों को काटने के लिए 11 सौ रुपया के हिसाब से देना होगा
पेड़ों को काटने के लिए कास्तकारों को मुआवजा देने के अलावा रेलवे को प्रति पेड़ 11 सौ रुपया के हिसाब से वन विभाग को शुल्क जमा करना होगा। इसमें से एक हजार रुपया बंध पत्र के रूप में वन विभाग के पास सुरक्षित रहेगा। वन विभाग काटे गए पेड़ों के एवज में नए पेड़ लगाने व उसकी देखभाल करने पर बंध पत्र की धनराशि का भुगतान किया जाएगा। सर्वे के बाद रेलवे पेड़ों के कटान के लिए वन विभ से अनुमति लेगा। प्राधिकार पत्र के आधार पर ही पेड़ों का कटान होगा।
आनंदनगर-घुघली वाया महराजगंज नई रेल परियोजना में बाधक बन रहे पेड़ों के सर्वे के लिए रेलवे ने पत्राचार किया गया है। संयुक्त टीम बनाकर पेड़ों का सर्वे कराया जाएगा। इसके बाद मूल्यांकन होगा। वन अधिनियम के तहत पेड़ों के काटने को लेकर उच्चाधिकारियों की स्वीकृति के बाद अनुमति जारी की जाएगी।

निरंजन सुर्वे, डीएफओ

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