*यह अधूरा चबूतरा आज भी इंतजार कर रहा है मेरे बाबा कपिलभाई का*

😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊
|
*यह अधूरा चबूतरा आज भी इंतजार कर रहा है मेरे बाबा कपिलभाई का*
(प्रदेश प्रभारी राकेश त्रिपाठी)
(कुमार देवेश )स्वतंत्रता आंदोलन में कई बार जेल की यात्रा करने वाले, अंग्रेजों की लाठियां खाने वाले, श्री गांधी आश्रम की नींव के न केवल पत्थर रखने वाले बल्की पूरे देश में स्थापित करने वाले, मेरठ , मगहर अकबरपुर जैसे खादी के बड़े उत्पादन केंद्रों को स्थापित करने में अग्रणी भूमिका निभाने वाले, लखनऊ में गांधी आश्रम का मुख्यालय स्थापित करने वाले मेरे पितामह स्व #कपिलभाई जी को आज गांधी आश्रम भी भूल चुका है। मगहर के श्री गांधी आश्रम में मेरे बाबा की मुर्ती स्थापित होनी थी । यह बात सन 1975 से 1980 के मध्य की है। कपिल भाई की मुर्ती स्थापना के लिए वहां एक पार्क का निर्माण कराया गया।चबूतरा और छज्जा बनाया गया। मगहर शाखा के प्रबंधक आदरणीय शिवकुमार भाई मेरे गांव खुढ़ुरी महराजगंज आकर बाबा की फोटो, चरखा और अन्य सामान लेकर गये। फिर जाने क्या हुआ की मुर्ती नहीं बन पायी। मगहर गांधी आश्रम की स्थिति अभी बहुत अच्छी तो कहीं से भी नहीं कही जा सकती, लेकिन उसके साथ ही यह चबूतरा भी समय की मार झेल रहा है। राष्ट्र के प्रति निस्वार्थ समर्पण , गांधी आश्रम को स्थापित करने में पूरा जीवन लगाकर अपना सबकुछ न्यौछावर कर देने वाले महापुरुष कपिल भाई , आज होते तो क्या सोचते? मुझे गर्व है कि मैं मां भारती के ऐसे महान सपूत का वंशज हूं जिन्होंने राष्ट्र के लिए सर्वस्व त्याग को ही जीवन का उद्देश्य बनाया था।

Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space
