*बेस कीमती संपत्तियों को मोटी रकम लेकर बाहरी लोगों कब्जा दिलाने का धंधा जोरों पर*

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*बेस कीमती संपत्तियों को मोटी रकम लेकर बाहरी लोगों कब्जा दिलाने का धंधा जोरों पर*
(प्रदेश प्रभारी राकेश त्रिपाठी)
नगर पंचायत कस्बा कोरांव लेखपाल अनुज कुमार के द्वारा, नगर की बेस कीमती संपत्तियों को मोटी रकम लेकर बाहरी लोगों कब्जा दिलाने का धंधा जोरों पर चल रहा है। 14 ,8, 2007 को माननीय मंडलायुक्त मंडल इलाहाबाद महोदय के समक्ष नगर पंचायत के सार्वजनिक संपत्ति, नगर में स्थित पशु बाड़ा की भूमि, खेलकूद का मैदान, चारागाह, तालाब, सरकारी रास्ता, नाली, कब्रिस्तान, शमशान, आदि जैसी संपत्तियों को भूमाफियाओं के द्वारा कूट रचित कार्य करके, अपना आशियाना बना बैठे, शिकायत के बाद मंडला आयुक्त महोदय के द्वारा तीन दिन के अंदर नगर की संपत्तियों का सीमांकन कर अतिक्रमण मुक्त करवा देने का आदेश जारी किया था, लेकिन तहसील प्रशासन की भ्रष्टाचार के आगे मंडल आयुक्त का आदेश हो ,चाहे जिलाधिकारी का आदेश, को ठेंगा दिखाया जा रहा है। इतना ही नहीं इसके लिए डिमोलिशन स्क्वाड नामित टीम गठित की गई थी, जिसका कोई अता पता ही नहीं, इस प्रगति की सूचना आयुक्त महोदय ने मांगी थी लेकिन आज तक नहीं दिया गया। नगर पंचायत कोराव के अधिकारियों के द्वारा नगर की संपत्तियों का यह जवाब दिया गया कि नगर की सार्वजनिक संपत्ति पर कोई कब्जा नहीं है, और प्रशासन को यह सूचना गलत तरीके से उपलब्ध कराई गई थी। नगर की पचासों करोड़ की संपत्तियों पर भूमाफियाओं का कब्जा लेखपाल कोरों की मिली भगत से बरकरार। भ्रष्टाचार का बोलबाला, यदि मामले का संज्ञान कोराव तहसील प्रशासन नहीं लेता है, तो सामाजिक कार्यकर्ताओं में रोष बढ़ता चला जा रहे हैं, और वह उच्च न्यायालय इलाहाबाद में पी.आई.एल. दाखिल करने का तैयारी कर चुके। थाना कोरांव तो सिर्फ पैसों की भूखी रहती है, दलाल अड्डा जमाए हुए हैं। जो पीड़ित फरियाद लेकर जाता है, उसे ही जेल भेज दिया जाता है।

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