*मोबाइल के लिए हुई थी मासूम प्रिंस की हत्या,आरोपी किशोर पकड़ा गया,हत्या के बाद मोबाइल अपने घर नींबू के पेड़ के नीचे मिट्टी में दबा दिया था*
 
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*मोबाइल के लिए हुई थी मासूम प्रिंस की हत्या,आरोपी किशोर पकड़ा गया,हत्या के बाद मोबाइल अपने घर नींबू के पेड़ के नीचे मिट्टी में दबा दिया था*
कजरी गांव में अंश के पिता के साथ सीओ अंकुर गौतम तथा ग्रामीण
सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग लक्ष्मीपुर रेंज के टेढ़ी घाट बीट के जंगल में मिला शव का धड़ लापता बालक अंश उर्फ प्रिंस का है। हत्या के आरोपी किशोर की निशानदेही पर पुलिस ने मंगलवार की देर शाम शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। बुधवार को पुलिस ने आरोपी के घर से मोबाइल भी बरामद कर लिया। पोस्टमार्टम के बाद शव को परसौनी कला टोला पिपरहिया में सीओ अंकुर गौतम की मौजूदगी में दफनाया गया।
नौतनवा थाना क्षेत्र के गांव कजरी टोला मुसहरनडीह पर अपनी मां संजू अग्रहरी के साथ ननिहाल आए पांच वर्षीय अंश उर्फ प्रिंस 31 अगस्त से लापता था। पुलिस प्रिंस की मां संजू अग्रहरी की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कर पुलिस छानबीन में जुटी थी। काफी प्रयास के बाद कजरी गांव के ही 14 वर्षीय किशोर की निशानदेही पर पुलिस ने मंगलवार देर शाम शव का धड़ वरामद किया।
सिर और पैर धड़ से अलग था जिसका पता नहीं चल सका। बताया जा रहा है की कोई जानवर नोच लिया होगा। पुलिस ने आरोपी से कड़ाई से पूछताछ करने पर उसके घर से मृत बालक का मोबाइल भी बरामद हो गया। आरोपी हत्या करने के बाद मोबाइल अपने घर नींबू के पेड़ के नीचे मिट्टी में दवा दिया था।
बताया गया कि आरोपी किशोर कई दिनों से मोबाइल लेने के चक्कर में लगा था। घटना के दिन प्रिंस मोबाइल लेकर खेल रहा था वहां गांव के और बच्चे भी खेल रहे थे। जब बच्चे वहां से चले गए तो आरोपी ने प्रिंस को अकेला पाकर साइकिल पर बैठा लिया। उसे साथ में जंगल में लेकर चला गया और मोबाइल छीनने लगा जब प्रिंस ने विरोध किया तो किशोर ने उसकी गला दबाकर हत्या कर शव झाड़ी में फेंक दिया था। नौतनवा सीओ अंकुर गौतम ने बताया कि हत्या में आरोपी रिंकू की निशानदेही पर अंश उर्फ प्रिंस का मोबाइल किशोर के घर से बरामद हुआ। मोबाइल नींबू के पेड़ के नीचे मिट्टी में दवा दिया था। खोदकर निकाला गया। अंश उर्फ प्रिंस का शव मिलने के बाद पूरे गांव में मातम छा गया। हर कोई निराश नजर आया। बड़ी संख्या में आसपास के गांव के लोग पहुंच रहे थे। सब लोग इस घटना से हतप्रद थे
अंश उर्फ प्रिंस घर का इकलौता चिराग था। 10 अगस्त को अपनी मां संजू अग्रहरी के साथ ननिहाल आया था। पिता गणेश अग्रहरी मुंबई में रहकर फल का व्यवसाय करते हैं। लापता होने की सूचना पर दूसरे दिन घर लौटे थे और अपने बेटे को पाने के लिए व्याकुल थे। 10 दिन बाद उनके बेटे की लाश मिली। मां संजू अग्रहरी बेटे प्रिंस को पाने के लिए व्याकुल थीं जब भी कोई सगा संबंधी सुध लेने जाता तो वह दहाड़े मार रोने लगती। मंगलवार को जब शव मिला तो वह रोते-रोते अचेत हो जा रही थीं। होश में आने पर वह अपने बेटे के लिए जोर से चिल्लाने लगती थीं। उधर प्रिंस की नानी इसरावती का भी रोते रोते बुरा हाल था।
लक्ष्मीपुर रेंज के टेढ़ी घाट बीट के जंगल में मिले प्रिंस का शव में धड़ से सिर अलग होने के कारण और मोबाइल न मिलने के कारण मृतक के पिता गणेश अग्रहरी मानने को तैयार नहीं थे केवल अंडर गारमेंट से पहचान कर रहे लेकिन शव को पूरी तरह से शिनाख्त करने से इनकार कर रहे थे। बुधवार को जब पुलिस ने मोबाइल बरामद कर लिया तब परिजन माने और पोस्टमार्टम से शव आने के बाद शव को पुलिस की मौजूदगी में दफनाया गया।
 
                
            
            
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