*नील गाय ने फिर एक बृद्धा को किया लहलुहान,ग्रामीणों में दहशत बड़ा*—*वन विभाग की टीम सवालों के घेरे में ग्रामीणों ने लगाया लापरवार है विभाग*

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*नील गाय ने फिर एक बृद्धा को किया लहलुहान,ग्रामीणों में दहशत बड़ा*—*वन विभाग की टीम सवालों के घेरे में ग्रामीणों ने लगाया लापरवार है विभाग*
महराजगंज। जिले के कोल्हुई थाना क्षेत्र के ग्राम शिकारगढ़, बांधा ,सोनचिरैया में नीलगाय के आतंक से जीना मुहाल हो गया है। नीलगाय का आतंक से लोगों को घर से निकलने के लिए कई बार सोचना पड़ता है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी तनिक भी मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे है।उक्त नील गाय अब तक दर्जनों लोगों को घायल कर चुका है। लेकिन वन विभाग उसे पकड़ने में नाकाम साबित हो रहा है।
ज्ञात हो इस वक्त रबी की फसल की कटाई कार्य चल रहा है।जिस से किसानों को खेत में जाना मजबूरी हो गया है।रविवार को शिकार गढ़ निवासिनी 70 वर्षीय जगरूना सीवान में बाल बीनने गई हुई थी।इसी बीच नील गाय ने उस पर हमला बोल दिया।जिससे वह बुरी तरह घायल हो गई।परिजनों ने उसे आनन फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बृजमनगंज ले गए।जहां हालत गंभीर होने पर डाक्टरो ने उसे सिद्धार्थ नगर रेफर कर दिए।जहां उस की हालत नाजुक बनी हुई है ।इस संबंध में रेंजर फरेंदा ने बताया घटना की जानकारी है वन विभाग की टीम पुलिस टीम के साथ पकड़ने का प्रयास कर रही है।रेंजर ने बताया इस के पूर्व एक नील गाय को पकड़ कर जंगल में छोड़ दिया गया है।जब कि ग्रामीणों का कहना है वन विभाग इस क्षेत्र में किसी भी नील गाय को नहीं पकड़ी है। जो भी हो नील गाय के दहशत से ग्रामीणों का खेत में निकलना मुहाल हो गया है।वन विभाग अपनी लचर व्यवस्था के चलते अनर्गल बातें अलाप रही है।ग्रामीणों का बुरा हाल हो रहा है।कोई पुरसाहाल नहीं है। जबकि ग्रामीणों का कहना है की जंगली हरी पेड़ो की कटान करके सोनाबंदी से लोटन मार्ग पर रोज आधा दर्जन ट्रेक्टर ट्राली से भरी अवैध रूप से ले जाते दिख रहे हैं जिसका वन विभाग को बना बनाया रकम मिलता रहता है उनको किसी की जान का फर्क नहीं है इसका भी खंडन करते हुए वन क्षेत्राधिकारी ने बताया लगाया गया आरोप गलत है।

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