*संदिग्ध परिस्थितियों में हुई सुमन की मौत के मामले में घटना के पर्दाफाश की मांग को लेकर ग्रामीणों ने दी धरने की चेतावनी*

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*संदिग्ध परिस्थितियों में हुई सुमन की मौत के मामले में घटना के पर्दाफाश की मांग को लेकर ग्रामीणों ने दी धरने की चेतावनी*
नौतनवा महाराजगंज। संदिग्ध परिस्थितियों में 6 माह पूर्व हुई सुमन के मौत का मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ता जा रहा है। शुक्रवार को दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने उप जिलाधिकारी नौतनवा तथा क्षेत्राधिकार नौतनवा के वहां पत्रक देकर चार दिन के अंदर घटना के पर्दाफाश की मांग किया है चार दिन के अंदर घटना का पर्दाफाश न होने पर 6 अगस्त से गांव के शिव मंदिर पर है अनिश्चित कालीन धरने पर बैठने की चेतावनी दिया है।जानकारी के अनुसार नौतनवा थाना क्षेत्र के चकदह ग्राम सभा के टोला बेलभार निवासी सुमन पुत्री रामनरेश की 27 फरवरी को गांव के बाहर पेड़ में लटकती हुई संदिग्ध परिस्थितियों में लाश बरामद हुई थी। घटना के डेढ़ माह बाद नौतनवा पुलिस ने मृतक सुमन के भाई माधव की तहरीर पर धारा 304 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया जिसमें मृतिका के भाई ने तहरीर में एक एक्सीडेंट में हुई चोट लगने के कारण मृत्यु होने की आशंका व्यक्त की है। जबकि सुमन को 21 फरवरी से ही घर से गायब होने की बात लिखी गई है सवाल या पैदा होता है कि आखिर एक सप्ताह तक सुमन के परिवार वालों ने सुमन के घर से गायब होने की सूचना स्थानीय थाने पर क्यों नहीं दी जबकि ग्रामीणों का कहना है कि सुमन की मृत्यु मारने पीटने से हुई है और घटना को आत्महत्या का रूप देने के लिए जंगल के किनारे ले जाकर पेड़ से लटका दिया गया है। जब कि ग्रामीण मृतका की मां और उसके भाई माधव तथा गांव के ही गयासुद्दीन सहित उसके अन्य सहयोगियों के द्वारा हत्या किए जाने की आशंका व्यक्त कर रहे हैं। घटना के पांच माह बाद मृतका की मां मीना देवी ने गांव के ग्राम प्रधान वीरेंद्र राजभर सहित आठ लोगों के नाम क्षेत्राधिकारी नौतनवा को शिकायती पत्र देकर कई गंभीर आरोप लगाते हुए हत्या करने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है मृतका के परिवार से ग्रामीणों का कोई लेना-देना नहीं है पुलिस के पूछने पर जिन लोगों ने गोपनीय तरीके से घटना की जानकारी पुलिस को दिया था पुलिस ने उनके नाम को सार्वजनिक किया इसलिए मृतका की मां प्रधान के विरोधियों से मिलकर ग्रामीणों की आवाज को दबाने तथा ग्राम प्रधान को बदनाम करने के लिए एक साजिश के तहत शिकायती पत्र दिलवाया गया। इस पूरे मामले में क्षेत्र के एक नायब दरोगा तथा कुछ सिपाहियों की भूमिका को लेकर लोगों में गुस्सा है। ग्रामीणों का कहना है कि करीब 4 दिन पूर्व प्रभारी निरीक्षक मनोज राय ने ग्रामीणों को थाने पर बुलाकर पूछताछ किया था ग्रामीणों ने पूरी सच्चाई पूरे बता दी थी। शुक्रवार को फिर से हल्का के सिपाहियों द्वारा ग्रामीणों को सूचना दी गई कि शुक्रवार को प्रभारी निरीक्षक ने आप लोगों को थाने पर बुलाया है। ग्रामीण जब शुक्रवार को थाने जाने के लिए नौतनवा पहुंचे तो एक सिपाही द्वारा फोन कर बताया गया की दरोगा जी थाने पर नहीं है सवाल यह पैदा होता है कि प्रभावी निरीक्षक जब थाने पर नहीं थे । तो उनके नाम पर ग्रामीणों को उठाने पर बुलाने का क्या औचित्य था। फिर क्या था ग्रामीण गुस्से में आ गए और दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने उप जिलाधिकारी नौतनवा और क्षेत्राधिकार नौतनवा के वहां पत्रक देकर 4 दिन के अंदर घटना के पर्दाफाश की मांग कर डाली और पर्दा फास्ट न होने पर 6 अगस्त से गांव के शिव मंदिर पर अनिश्चित कालीन धरने पर बैठने की चेतावनी दे दी। पत्र देने वालों में ग्राम प्रधान वीरेंद्र राजभर ओम प्रकाश शर्मा सोहरत साहनी रमाकांत चौधरी दयाशंकर यादव मोतीलाल यादव संजय प्रसाद गुड्डू यादव धर्मेंद्र शंकर राम केवल अशोक गंगाराम राकेश कुमार यादव निखिल साहनी किशोर अखिलेश सहित करीब दो दर्जन लोग शामिल रहे।

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