*डीएम साहब आप रात दिन और तरक्की करें,मुझे बड़ी खुशी होगी*

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*डीएम साहब आप रात दिन और तरक्की करें,मुझे बड़ी खुशी होगी*
औरैया लाइव
कभी – कभी बड़े लोग कुछ ऐसा काम कर देते हैं, कि ओ और उनका किया गया काम समाज में एक नजीर बन जाता है।और जब बात हो किसी बड़े अफसर की तो,छोटे कर्मचारियों की कार्य की रवैया और उनके व्यवहार दिल को चोट देने लगते हैं।इसी लिए लोग कहते हैं कि कप्तान साहब सरल भाषा में व्यवहार करेंगे,लेकिन जब कोई सिपाही मिलेगा तो बिना गा…. के बात….असंभव है।
ये नजीर बन गए औरैया के जिलाधिकारी यानी DM साहब।जिसने देखा या सुना सबने बस यही कहा काश!अधिकारी हो तो DM साहब जैसा,कितना सरल व्यवहार है।भगवान उनको और तरक्की दें, ओ और आगे बढ़ें…
औरैया जिले के गरीबों,वंचितों और पीड़ितों के दिलों पर राज कायम कर दिया जिलाधिकारी इंद्रमणि त्रिपाठी जी ने।
काश! छोटे – बड़े सभी कर्मचारी और अधिकारी इतनी धनी मानसिकता के होते,और गरीबों,वंचितों,शोषितों तथा पीड़ितों के दर्द को समझ पाते और उनसे प्यार करते।
सोशल मीडिया पर एक हकीकत की चर्चा सनसनी मचाए हुए है। डीएम कार्यालय में एक पीड़ित मजदूर व्यक्ति ,अपनी समस्या लेकर जिलाधिकारी महोदय इंद्रमणि त्रिपाठी जी के पास लेकर गया। उस पीड़ित मजदूर ने डीएम साहब से अपनी पीड़ा हकीकत में बताने लगा,तो डीएम साहब ने पूछा, कहां से आ रहे हो आप! तो उसने गांव का पता बहुत दूर बताया।जिस पर डीएम साहब इंद्रमणि त्रिपाठी जी को बड़ी चिंता हुई।उन्होंने पुनः उस मजदूर से पूछा कितना किराया लगता है यहां तक आने में…?पीड़ित मजदूर व्यक्ति ने सिर्फ इतना बताया की,साहब बहुत ज्यादा पैसा लगता है।फिर उन्होंने सवाल कर दिया की बिना कुछ खाए निकले होंगे आप…? तो उस पीड़ित मजदूर व्यक्ति ने अपना प्लास्टिक बोरी वाला झोला दिखाते हुए साफ – साफ कहा कि नहीं साहब!घर से कुछ परांठे और सब्जी बांध कर लाया हूं। जिस पर डीएम साहब बोले – आप मुझे नहीं खिलाएंगे…?
पीड़ित मजदूर व्यक्ति ने अचानक से ऐसी बात सुनकर हैरान हो गया,और हिचकते हुए बोला…साहब हम गरीब लोग हैं, आप मुझ जैसे गरीब के घर का खाना कैसे खायेंगे…?
डीएम साहब बोले अगर नहीं खिलाओगे तो तुम्हारा कोई भी काम नहीं करूंगा, अपनी काम की चिंता में डूबा बेचारा पीड़ित गरीब मजदूर,प्लास्टिक की बोरी वाले झोले से पराठे और सब्जी निकाले और सिर्फ दिखाए। उसने सपनों में भी कल्पना नहीं की रही होगी,कि डीएम साहब मुझ जैसे गरीब मजदूर के घर का पराठा सब्जी खा पायेंगे।लेकिन डीएम साहब की दरियादिली देखिए उन्होंने तुरंत उसके हाथ से पराठा और सब्जी लिया,और सबके सामने ही खा लिया।वहां पर बैठे सभी लोग अचंभित हो गए और उस व्यक्ति के खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा।उसे अपने काम से ज्यादा खुशी साहब का उसके घर का बना पराठा सब्जी खाने से जो हुआ। अंत में उन्होंने उस गरीब पीड़ित मजदूर व्यक्ति को आने जाने का किराया भी अपने पास से दिया,और उसको अपने सामने भोजन भी कराया तो अपने खुद उसको पानी का ग्लास भी दिया।
उस गरीब पीड़ित मजदूर व्यक्ति ने डीएम साहब को आशीर्वाद देते हुए लौटा…
न्यूज एंटी करप्शन भारत
शिवरतन कुमार गुप्ता “राज़”
Mon.xxxxxx41
महराजगंज

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