*परतावल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परतावल क्षेत्र की एक आशा कार्यकर्ता रीना चौरसिया ने प्रसूता को निजी अस्पताल पहुंचाने के आरोप में डा राजेश द्विवेदी द्वारा निलंबित कर दिया गया*

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*परतावल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परतावल क्षेत्र की एक आशा कार्यकर्ता रीना चौरसिया ने प्रसूता को निजी अस्पताल पहुंचाने के आरोप में डा राजेश द्विवेदी द्वारा निलंबित कर दिया गया*
महराजगंज।परतावल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परतावल क्षेत्र की एक आशा कार्यकर्ता रीना चौरसिया ने प्रसूता को निजी अस्पताल पहुंचाने के आरोप में डा राजेश द्विवेदी द्वारा निलंबित कर दिया गया है। उससे तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्पष्टीकरण में संतोषजनक जवाब न मिलने पर सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जाएगी।
बुधवार की सुबह रामपुर चकिया निवासी इसरावती देवी अपनी बेटी रबिना को प्रसव पीड़ा होने पर सीएससी परतावल ले गईं। उनके साथ गई आशा कार्यकर्ता रीना चौरसिया प्रसव पीड़िता को अस्पताल के अंदर लेकर गई। अभी अस्पताल का कोई कर्मी प्रसव पीड़िता को देखने उसके पास पहुंचे उससे पहले ही आशा ने हालत दयनीय बताते हुए ऑपरेशन कराने के लिए की बात करने लगी और गोरखपुर ले जाने के लिए ऑटो बुला लिया।कुछ लोगों ने आशा की इस हरकत पर नजर जमा रखे थे। आशा ने कुछ ही देर बाद प्रसव पीड़िता को ऑटो से गोरखपुर जिले के भटहट स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया। लोगों ने इसकी जानकारी अधीक्षक परतावल को दी। सूचना मिलते ही अधीक्षक ने आशा को प्रसव पीड़िता को अस्पताल लाने को कहा।
दोपहर बाद आशा उस मरीज को लेकर परतावल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। जहां मौजूद महिला चिकित्सक डॉ. शालिनी सिंह और स्टाफ नर्स रानी चौधरी ने नार्मल प्रसव कराया। महिला की मां इसरावती देवी निशुल्क बेटी के प्रसव होने से खुश नजर आईं। उन्होंने बताया कि हम लोग काफी गरीब परिवार से हैं। बेटी का पहला बच्चा था, इसलिए हम लोग कोई जोखिम उठाना नहीं चाहते थे इसलिए आशा कार्यकर्ता के बहकावे में आ गए।
परतावल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ राजेश द्विवेदी ने बताया कि आशा कार्यकर्ता रीना चौरसिया को निलंबित कर तीन सदस्य टीम गठित कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जाएगी

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