नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 8756625830 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें , *नहीं रहे BJP के सबसे बुजुर्ग कार्यकर्ता भुलई भाई , 111 वर्ष की आयु में ली अन्तिम साँस* – News Anti Corporation Bharat

News Anti Corporation Bharat

Latest Online Breaking News

*नहीं रहे BJP के सबसे बुजुर्ग कार्यकर्ता भुलई भाई , 111 वर्ष की आयु में ली अन्तिम साँस*

😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊

*नहीं रहे BJP के सबसे बुजुर्ग कार्यकर्ता भुलई भाई , 111 वर्ष की आयु में ली अन्तिम साँस*

 

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सबसे पुराने कार्यकर्ता भुलई भाई का निधन हो गया है। भुलई भाई ने 111 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। उनका निधन कप्तानगंज में हुआ। भुलई भाई कोविड काल में एकदम से चर्चा में आए थे, जब PM मोदी ने उनका फोन पर हालचाल जाना था।
111 साल के श्री नारायण उर्फ भुलई भाई जनसंघ के टिकट पर विधायक रह चुके हैं। सोमवार को उनकी तबीयत खराब हुई थी और उसके बाद से वो पगार छपरा स्थित अपने घर पर ही ऑक्सीजन पर थे। बता दें कि भुलई भाई दीनदयाल उपाध्याय से प्रेरित होकर राजनीति में आए थे। साल 1974 में कुशीनगर की नौरंगिया सीट से जनसंघ से दो बार विधायक रहे। जनसंघ के BJP बनने के बाद भी वो पार्टी कार्यकर्ता थे। साल 2022 में उत्तर प्रदेश में दोबारा योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद शपथ ग्रहण समारोह में भुलई भाई खास मेहमान बन कर लखनऊ पहुंचे थे। लखनऊ में कार्यकर्ता सम्मेलन में भुलई भाई को अमित शाह ने मंच से नीचे उतर कर सम्मानित किया था । नारायण उर्फ भुलई भाई भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठतम कार्यकर्ता हैं। भुलई भाई 1974 में नौरंगिया से भारतीय जनसंघ से विधायक रह चुके हैं। बीजेपी के गठन के बाद भुलई भाई बीजेपी के कार्यकर्ता बन गए। भुलई भाई 1974 में भारतीय जनसंघ के विधायक चुने गए। उस समय देवरिया के नौरंगिया (वर्तमान में कुशीनगर के खड्डा) से भुलई भाई ने विधायक का चुनाव जीता था ।
केसरिया गमछा भुलई भाई की पहचान थी ।
जब भारतीय जनसंघ की स्थापना हुई तो नारायण उर्फ भुलई भाई MA के छात्र थे। उस वक्त दीनदयाल उपाध्याय से प्रभावित होकर उन्होंने जब सिद्धांतों के रास्ते पर चलना शुरू किया, तो इन सिद्धांतों का दामन हमेशा थामे रखा। MA के बाद MeD किया और इसके बाद भुलई भाई शिक्षा अधिकारी बन गए, लेकिन 1974 में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और सियासत में आकर देश और समाज के लिए व्यस्त हो गए।

Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

Advertising Space


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

Donate Now

लाइव कैलेंडर

December 2025
M T W T F S S
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
293031  
[responsivevoice_button voice="Hindi Male"]