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*बीआरडी मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों की गुंडई, तीमारदार को कमरे में बंद कर पीटा*

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*बीआरडी मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों की
गुंडई, तीमारदार को कमरे में बंद कर पीटा*

संवाददाता राकेश त्रिपाठी
गोरखपुर (न्यूज़ एंटी करप्शन भारत)
सीएम सिटी के बीआरडी मेडिकल
कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों की गुंडई एक
बार फिर सामने आई है महराजगंज
जिले से अपनी बीमार दादी का इलाज
कराने आए एक युवक का आरोप है कि
10 से ज्यादा जूनियर डॉक्टरों ने बुरी
तरह पीटा। आरोप है कि शनिवार सुबह
उसे एक कमरे में बंद करके पीटा गया
और फिर जबरन एक समझौता पेपर पर
हस्ताक्षर करवा लिए गए।
दरअसल, महराजगंज जिले के चौक
इलाके के भगवानपुर निवासी ऐश्वर्य पति
त्रिपाठी की दादी की तबियत बिगड़ने पर
उन्हें शुक्रवार शाम बीआरडी मेडिकल
कॉलेज में भर्ती कराया गया। उन्हें रातवार्ड नंबर 5 के बेड नंबर 56 पर
शिफ्ट कर दिया गया। शनिवार सुबह
करीब 8.30 बजे डॉक्टर शाहनवाज
जांच के लिए पहुंचे और रिपोर्ट मांगी।

स्वर्ण जयंती द्वार

बाबा राघव दास मेडिकल कालेज गोरखपुर

पीड़ित ऐश्वर्य ने बताया कि रिपोर्ट 9 बजे
के बाद मिलेगी, लेकिन डॉक्टर ने इसी
बात पर गुस्से में गालियां देनी शुरू कर
दीं।विरोध करने पर डॉक्टरों ने किया
युवक पर हमला आरोप है कि जब
ऐश्वर्य ने विरोध किया, तो डॉक्टर
शाहनवाज ने 15 से 20 जूनियर डॉक्टरों
को बुलाया और युवक को एक कमरे में
ले जाकर बुरी तरह से पीटा। कार्यवाही
से बचने के लिए एक सीनियर डॉक्टर ने
पुलिस की मदद से जबरन समझौता करा
दिया। इसके बाद पीड़ित ने पुलिस कोशिकायत दी और स्वास्थ्य मंत्री से भी
संपर्क किया, जिससे मामला और गंभीर
हो गया। घटना के बाद सीनियर डॉक्टरों
ने युवक को आरोपितों की पहचान के
लिए बुलाया, लेकिन संबंधित जूनियर
डॉक्टरों ने अपने फोन बंद कर दिए और
लापता हो गए। पीड़ित युवक ने गुलरिहा
पुलिस को लिखित शिकायत दी और
स्वास्थ्य मंत्री से भी संपर्क किया। जिसके
बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने मामले
की जांच शुरू कर दी है। घटना के बाद
से आरोपी जूनियर डॉक्टरों ने अपने फोन
बंद कर दिए हैं और उनकी कोईजानकारी नहीं मिल रही है। मेडिकल
कॉलेज प्रशासन ने मामले की जांच के
आदेश दिए हैं।
बता दें कि यहां लगे अधिकतर सी-टीवी कैमरे जान बूझकर खराब कर
दिए गए हैं,तथा जूनियर डॉक्टर मारपीट
करने के लिए लोगों को पकड़कर ऐसी
जगह पर लेकर जाते हैं ,जहां कैमरे की
नजर से बच सकें। यदि किसी मरीज या
उसके परिजन द्वारा कभी वीडियो बनाने
का प्रयास किया जाता है, तो सभी स्टाफ
मिलकर उसका बुरा हाल कर देते हैं।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में जूनियर
डॉक्टरों द्वारा मरीजों और उनके परिजनों
से मारपीट की घटनाएं आए दिन सामने
आती रहती हैं लेकिन आज तक न तो
बीआरडी मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने
इसे रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाया है और न ही सूबे की योगी सरकार और यूपी का स्वास्थ्य विभाग ही इसे
रोकने के प्रति गंभीर नजर नही आता है।

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